प्रेमानंद जी महाराज बिना किडनी के कैसे जी सकते हैं ?
मथुरा वृंदावन के संत प्रेमानंद महाराज की दोनों किडनियां फेल हैं |
आज महाराज को 19 साल हो गए और फिर भी वह जीवित हैं, इतनी गंभीर बीमारी में यह कैसे संभव?
उन्हें सालों पहले डॉक्टर ने बोला था कि बाबा आप कुछ ही साल और जीवित रहेंगे ज्यादा से ज्यादा 5 साल फिर आप मर जाएंगे |
जानकारी के मुताबिक, प्रेमानंद महाराज ऑटोसोमल डोमिनेंट पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज से पीड़ित हैं |
इस स्थिति के कारण, महाराज जी को सप्ताह में तीन बार, प्रत्येक सत्र लगभग चार घंटे तक, डायलिसिस करवाना पड़ता है।
प्रेमानंद महाराज ने बताया कि भगवान पर भरोसा है इसलिए आज जीवित हूं राधारानी मेरे साथ है |
और उनका आशीर्वाद है इसलिए आज भी आप सब के बीच हूं और उनके नाम का जप कर रहा हूं.
उन्होंने ये भी कहा हैं यदि राधा रानी मुझे इस हालत में और जीवित रखना चाहेगी तो में ऐसे ही समाज की सेवा करता रहूँगा |
प्रेमानंद जी महाराज ने नाम जप को बहुत महत्व दिया हैं की नाम जप से ही मुझे जीने की दर्द सहने की मानसिक,शारीरिक शक्ति मिलती हैं |