मनोविज्ञान के अनुसार, रोजाना की 10 आदतें जो आपको स्मार्ट  बना देगी | 

    पढ़ना

जोसफ एडिसन के अनुसार पढ़ना दिमाग के लिए वही हैं जो शरीर के लिए व्यायाम हैं | 

जिज्ञासा 

अल्बर्ट आइंस्टीन ने कहा था, ''मुझमें कोई विशेष प्रतिभा नहीं हैं मुझे जुनून की हद तक उत्सुकता हैं" बौद्धिक विकास के लिए जिज्ञासा जरुरी हैं |  

माइंडफुलनेस प्रेक्टिस

विशेषज्ञ डॉ. जॉन काबट-ज़िन ने कहा था  “माइंडफुलनेस का अर्थ है जागते रहना इसका मतलब यह हैं कि आप क्या कर रहे हो ।”

आजीवन सीखना 

मनोवैज्ञानिक कार्ल रोजर्स ने  कहा था, "केवल वही व्यक्ति शिक्षित है जिसने सीखना और बदलना  सीख लिया है।"

जाने देना का मतलब हार मानना नहीं हैं इसका मतलब यह समझना  हैं कि क्या बदलना आपकी शक्ति में हैं और क्या नहीं | 

जाने देना सीखें

नियमित व्यायाम

मनोवैज्ञानिक और फिटनेस गुरु जॉन जे. रेटी ने टिप्पणी की, "जब मूड, याददाश्त और सीखने की बात आती है तो व्यायाम आपके मस्तिष्क के लिए सबसे अच्छी चीज है।"

  असफलता के  समय धैर्य रखे

 आप अपनी असफलताओ से सीखे और धैर्य बनाये रखे आप गलतियों से सिखर और भी ज्यादा स्मार्ट बन जायेंगे

पर्याप्त नींद ले 

नींद के दौरान, हमारा मस्तिष्क यादों को मजबूत करता है, विषाक्त पदार्थों को खत्म करता है और आने वाले दिन के लिए खुद को तैयार करता है।

मनोविज्ञान के अनुसार ये सभी बाते अपनाकर आप स्मार्ट बन सकते हो |