जानें अक्षय तृतीया (Akshay Trutiya) क्यों है इतनी खास, जानकर हैरान हो जाएंगे।
पौराणिक मान्यताओ के अनुसार इसी दिन से त्रेतायुग की शुरुआत हुई थी। इसी तिथि से ही महाभारत का लिखना शुरू हुआ।
मान्यता के अनुसार इस दिन मे नर नारायण का अवतार हुआ था।
अक्षय यानी जिसका क्षय न हो इसलिए सारे शुभ कार्य जैसे विवाह और अन्य शुभ कार्य अक्षय तृतीया पर ज्यादा कीये जाते है ।
साल के सबसे शुभ मुहूर्तो मे से एक यह दिन होता है। चारधाम यात्रा की रजिस्ट्रैशन और शुरुआत होती है।
केदारनाथ मंदिर और बद्रीनाथ के कपाट भी आज ही के दिन शुभ मुहूर्त मे दर्शनार्थीओं के लिए खोले जाते है।
गंगोत्री यमुनोत्री के मार्ग इसी दिन पर्यटकों के लिए खोल जाता है।
यही नहीं अमरनाथ यात्रा की शुरुआत भी अक्षय तृतीया के दिन से स्टार्ट होती है।
अखा तीज के दिन 'ॐ ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद महालक्ष्मयै नमः'. मंत्र जाप और दान करने से लक्ष्मी सदैव प्रसन्न रहेती है।
भगवान परशुराम की जन्मतिथि भी इस दिन ही है।
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